कोरोना पर काम करने वाले वैज्ञानिकों का मानना है कि वैक्सीन की दो डोज किसी एक शख्स के इलाज और बचाव के लिए काफी है, लेकिन दुनिया के कुछ संपन्न देशों ने तो पांच-पांच डोज तक की प्री बुकिंग कर रखी है. कोरोना की वैक्सीन आने से पहले ही दुनिया के तमाम अमीर देशों ने उसकी जमाखोरी शुरू कर दी है। अभी कोरोना की वैक्सीन आने की कोई पक्की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन उसकी होर्डिंग की बड़े देशों की तैयारी एक खतरनाक लक्षण है. विश्व स्वास्थ्य संगठन को भी लगता है कि वैक्सीन डोज की कालाबाजारी मुश्किलों को बढ़ाएगी